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उधमसिंह नगर

पीएम अन्य योजना में कमीशन का खेल! लाभांश में कमीशन न मिलने पर पूर्ति विभाग ने मारी कुंडली। ऊधमसिंहनगर में सैंकड़ों राशन विक्रेता पैसा न मिलने से परेशान। विभाग में पसरे बड़े भष्टाचार का कल करेंगे बड़ा खुलासा।

नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर। भष्टाचार मुक्त शासन का दावा करने वाले सीएम पुष्कर सिंह का पूर्ति विभाग महा भष्टाचार ढूब चुका है। और तो और कोरानाकाल में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम से शुरू हुई पीएम अन्य योजना में भी बड़ा खेल हो रहा है। कमीशन के चक्कर में पूर्ति विभाग में बैठे दलाल लाभांश पर कुंडली मारे बैठे हैं,तो राशन विक्रेता परेशान घूम रहे हैं।
उत्तराखंड में वृहस्पतिवार को खाई आपूर्ति मंत्री की बैठक और राशन विक्रेताओं की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक के बाद प्रदेश खाघ आपूर्ति विभाग भष्टाचार का खेल समाने आना शुरू हो गया है, ऊधमसिंहनगर में भी यह खेल डंके की चोट पर चल रहा है। आपको बता दें की कोराना काल के समय केन्द्र सरकार ने अप्रैल 2020 पीएम अन्य योजना शुरू की थी, जिसमें गरीबों को मुफ्त में राशन मिलना था, जिसमें राशन विक्रेताओं को 180 रुपया प्रति कुंतल के हिसाब से लाभांश मिलना था, लाभांश का पूरा पैसा जिला पूर्ति अधिकारी के खाते में आने के बाद राशन विक्रेताओं को दिया जाना था, लेकिन इस लाभांश में पूर्ति विभाग का मन डोल गया,यानी विभाग ने राशन विक्रेताओं से कमीशन की सर्त रख दी, बताया जाता की पूर्ति विभाग की इस सर्त का जिसने पालन किया,उसे विभाग फटाफट लाभांश का भुगतान करता रहा,और जिसने आना कानी की,या देने से मना किया उसके लाभांश पर विभाग ने कुंडली मार ली। आलम यह की अप्रैल 2020 से शुरू हुई इस योजना में आज तक सैकड़ों राशन विक्रेताओं को लाभांश का इंतजार है,तो कमीशन देने वालों का फटाफट लाभांश मिल रहा है। राशन विक्रेताओं को मिलने वाला यह पैसा करोड़ों में बताया जाता है।
ऊधमसिंहनगर के पूर्ति विभाग में पसरे भष्टाचार के और भी कई मामले हैं। उपभोक्ताओं का राशन कैसे हड़प किया जाता है,और उसका पूर्ति के अफसर और राशन विक्रेताओं में कैसे बंटवारा होता इसका हम अलग खुलासा करेंगे, इसमें किस की कितनी हिस्सेदारी यह भी आप समझ जाएंगे।

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