बेहड ने शुक्ला से पूछा सवाल, महिलाओं को न्याय दिलाना गलत है? बोले लगातार अलग-अलग बयान दे रहे शुक्ला।
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर(खबर धमाका)। किच्छा विधायक तिलक राज बेहड ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि पूर्व विधायक राजेश शुक्ला अभी ढाई साल जो चुनाव बचे है उससे पहले ही तिलमिलाए हुए है। देहरादून में प्रेस को संबोधित करते हुए उन्होंने जो मेरे ऊपर ये आरोप लगाया है कि मेने क्यों पंतनगर में एक महिला की मदद करके वहा के कोतवाल को धरना देकर हटा दिया। वह पूछना चाहता है, की आखिर उनके पेट में इतना दर्द क्यों होता है।
अगर किसी कमजोर असहाय महिला को न्याय दिलाना गलत है तो में ये गलत काम हमेशा करता रहूंगा धरना प्रदर्शन विपक्ष के विधायकों का काम होता है। और ये अधिकार वो कभी किसी से छीन नहीं सकते। पूर्व नेता ने एक बार भी प्रेस और माननीय विद्यानसभा अध्यक्ष को पंतनगर कोतवाल की अश्लील ऑडियो को सुनाने तथा अश्लील ऑडियो के बारे में बताया में ये पूछना चाहता हूं,कि जिस पीड़िता की वह बात कर रहे है
पूर्व नेता की पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा उसी पीड़िता पर फर्जी मुकदमा लगवाया गया। श्री शुक्ला को किसी बात का दर्द नहीं है वो
जो पंतनगर के कोतवाल थे डांगी वो पूर्व के चेहेते थे जो इनके हमेशा गलत कामों में शामिल थे।उन्होंने मेरे ऊपर आरोप लगाया कि मेने गुंडों की फौज खनन, अपराध को बढ़ावा दिया है।असली गुंडे तो पूर्व के नेता के साथ हमेशा किच्छा की जनता को दिखाई देते रहे है।जो किसी से छिपा नहीं है।जहां तक मुकदमे की बात है वो मुकदमा डीजीपी के आदेश पर दर्ज हुआ है और शुक्ला जी ये भी कह रहे है कि उक्त महिला के साथ बलात्कार भी हुआ था। शुक्ला को यह बताना चाहिए कि तब उस महिला का मुकदमा दर्ज क्यों नहीं हुआ जबकि वहा पर उनका चेहता कोतवाल तैनात था।
बेहड ने कहा कि पूर्व विधायक शुक्ला की सरकार है।वह इस मामले की सीबीआई जांच करा ले जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा उन्होंने एक बात और कही कि बेहड अधिकारियों को धमकाता है तो इनको शर्म आनी चाहिए सबको पता है,की पंतनगर कुलपति के साथ गंदा व्यवहार कौन करता था।
और पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर चुनाव की दुश्मनी निकाल कर निर्दोष लोगों को जेल भिजवाने का काम किसने किया अवैध खनन,से लेकर अवैध कालोनियों ने में किसको हिस्सा चाहिए सबको पता है।विधायक बेहड ने कहा कि में आखिर पूर्व विधायक से पूछना चाहता हूं,की शुक्ला जी आप अपना बयान अलग अलग क्यों दे रहे हो कभी कहते हो मेने मुख्यमंत्री से कहकर कड़ी कार्यवाही करवाई कभी कहते है कि डीजीपी ने कार्यवाही करी कभी प्रेस को देहरादून में जाकर बताते है कि बेहड ने धरना प्रदर्शन करके कार्यवाही कराई आखिर वह अपनी कौन सी बात पर टिकते है ये बताए।