अटरिया मंदिर का नहीं सुलझा विवाद,कैसे लगेगा मेला। जमीन की नपाई के बाद मेला समिति ने डीएम-एसडीएस से की शिकायत। मंदिर समिति के सचिव वोले प्रशासन की कार्यवाही पर उन्हें पूरा भरोसा
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर। पिछले कई दिनों ने अटरिया मंदिर परिक्षेत्र में चल रही भूमि पैमाईश का काम आज पूरा हो गया। राजस्व विभाग की सीलिंग, काश्तकारों और मंदिर समिति की भूमि का नपाई के बाद बंटवारा कर दिया है,टीम बकायदा डंडे गाढ़कर सरकारी जमीन को कब्जे में ले लिया है। प्रशासन की कार्यवाही के बाद मंदिर समिति के सचिव अरविंद शर्मा ने खुशी जताई। उन्होंने कहा की उन्हें प्रशासन पर पूरा भरोसा है। इधर मेला समिति के पदाधिकारियों ने मामले में राजस्व विभाग पर मिलीभगत का आरोप लगाया है। मेला समिति के किशन सुखीजा ने कहा की जब उन्होंने जमीन खरीदी थी,तब उसकी पूरी नपाई वह नख्सा उनके पास है। राजस्व विभाग ने जो पैमाईश की है, उसमें उनकी जमीन दूसरी जगह दिखा दी गयी है। पहले भी राजस्व विभाग के अधिकारियों ने ही नपाई कर उन्हें नक्शा बनाकर दिया था,तो अब उसे कैसे बदल दिया गया। उन्होंने राजस्व विभाग के पटवारी पर मंदिर समिति से मिलीभगत कर खेल करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया की वह इस मामले पहले भी एसडीएम, एसएसपी से शिकायत कर चुके हैं,अब फिर एसडीएम से मिलकर शिकायत करेंगे। यदि उनकी बात पर कार्यवाही नहीं हुई तो वह कोर्ट का दरवाजा खटखटायेगें। उन्होंने कहा मेरा समिति के पास नाम मात्र कुछ जमीन है। पहले ही उनकी जमीन पर दोनों लोग मिलकर मेला लगाते रहे।इसबार मेला समिति ने कोर्ट को गुमराह करके स्टे ले रखा है। लेकिन वो सिर्फ उनकी जमीन तक सीमित है।हमारी तरफ स्टे को कोर्ट में चुनौती दी गयी। उन्होंने कहा मंदिर की सेवा करना मंदिर समिति और मेला लगाना हमारा काम है। मेला समिति की तरफ से मामले डीएम और एसडीएम को पत्र सौंपकर कार्रवाई की मांग की गयी है। उन्होंने साफ की यदि उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह कोर्ट का दरवाजा खटखटायेगें।