उत्तराखण्ड पुलिस की मुहिम “ऑपरेशन मुक्ति”। ऊधमसिंहनगर पुलिस ने 13 बच्चों का कराया एडवीशन
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर। पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड महोदय , अशोक कुमार की महत्वाकांक्षी योजना “ऑपरेशन मुक्ति” के सम्बन्ध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद ऊधमसिहंनगर मंजूनाथ टीसी द्वारा दिये गये निर्देशों व पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन्स अनुषा बढोला के पर्यवेक्षण में प्रभारी द्वितीय टीम उ0नि0 जावेद मलिक के नेतृत्व में जनपद के काशीपुर सर्किल में भिक्षावृत्ति मांगने, गुब्बारे बेचने ,कूड़ा बीनने या अन्य किसी भी कारणों से स्कूल न जा पाने वाले बच्चों के सत्यापन व चिन्हीकरण की कार्यवाही के साथ-साथ आम
जनमानस के मध्य जन जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है।
ऑपरेशन मुक्ति टीम उ0नि0 जावेद मलिक, का0 दयालु राम, का0 गिरिश काण्डपाल, का0 महेन्द्र, म0क0 किरन मेहरा द्वारा अभियान के तहत पाया गया की ढेला बस्ती लक्ष्मीनगर बांसफोडान काशीपुर में रहने वाले परिवार में अधिंकाश लोगो द्वारा कुडा बिनने का कार्य किया जाता है जिसके चलते इन परिवार के बच्चे या तो कुडा बिनने का कार्य कर रहे है या परिवार की आर्थिक स्थिति व अज्ञानता के कारण ये बच्चे स्कूल नही जाते है जिस कारण उक्त बच्चे शिक्षा के अधिकार से बहुत दुर है ! उक्त क्षेत्र में जन जागरुकता अभियान चलाकर 13 बच्चों को स्कूल जाने हेतु चिन्हित किया गया था।
ऑपरेशन मुक्ति टिम द्वारा सोमवार को नवीन शैक्षणिक सत्र 2023-24 के प्रारम्भ होने के पहले दिवस पर इन 13 बच्चों समीर, अक्क्षा, फैजान, अयान, मोसनीन, शहादत, तोयब, दिलनवाज, मो0 समीर, आकिब, मुन्ना, अनस, इकरा को परिजनों सहित रा0प्रा0वि0 ओझान पहुंचकर, विद्यालय की प्रधानाध्यापिका से वार्ता कर आवश्यक औपचारिकतायें पूर्ण कराकर इन 13 बच्चों का दाखिला कराया गया । विद्यालय की प्रधानाध्यापिका एवं स्टाफ द्वारा पुलिस के इस नेक कार्य का आभार प्रकट कर अवगत कराया गया कि पुलिस के इस पुनीत कार्य से निश्चित ही इन बच्चों के भविष्य की एक ज्योत जल उठेगी, जो कि आगे इनके उज्ज्वल भविष्य के पथ प्रदर्शक के रूप में कार्य करेगी। इनके परिजनों से आग्रह किया गया कि वे अपने इन बच्चों को स्कूल के दिनों में हमेशा स्कूल भेजेंगे। बच्चे के परिजनों द्वारा पुलिस तथा विद्यालय का आभार प्रकट किया गया है। पुलिस स्तर से समाजिक सहयोग लेकर इन बच्चों को स्कूल बैग, हिन्दी, अग्रेजी, गणित की नोट बुक , ड्राईइंग बुक, रबर, पैन्सिल, कटर, पैन, पैन्सिल बाक्स, स्कैल, कलर बाक्स व आवश्यक सामग्री दी गयी व भविष्य में भी आवश्यक मदद की जाती रहेगी। विद्यालय की ओर से बच्चों को स्कूल ड्रेस, किताबें व दिन के समय का मध्यान्ह भोजन (मिड डे मील) मुहैया कराया जायेगा । आम जनमानस को अभियान के तहत अवगत कराया गया की यदि भविष्य में कोई भी बच्चा दुकानो, ढाबो, होटल , रेलवे स्टेशन, बाजार आदि सभी स्थानो पर यदि भिक्षावृत्ति मांगने, गुब्बारे बेचने ,कूड़ा बीनने, बर्तन धोने, चाय परोसने, मजदूरी करते हुए पाया जायेगा तो परिजन व काम कराने वाले स्वामी के विरुद्ध बालश्रम के अन्तर्गत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की कार्यवाही अमल में लाई जायेगी ।
आईये मिलकर प्रण लें -बच्चों को उनके शिक्षा के अधिकार के प्रति अपना योगदान दें “ भिक्षा नहीं, शिक्षा दें”। आपके हाथो में हे ताकत , इनके हाथो में किताब देने की ।