राज्य मे रेशम के उत्पादन मे केंद्रीय रेशम बोर्ड की अहम भूमिका,जोशी।सहसपूर,देहरादून मे रेशम कृषि मेला का कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने किया शुभारंभ। केंद्रीय तसर अनुसन्धान एवं प्रशिक्षण संस्थान,रांची के निदेशक, डा. एन.बी. चौधरी भी रहे मौजूद
नरेन्द्र राठौर (खबर धमाका)। सोमवार को केंद्रीय रेशम बोर्ड- क्षेत्रीय रेशम उत्पादन अनुसन्धान केन्द्र, सहसपुर (देहरादून) एवं भीमताल (नैनीताल), उत्तराखंड के संयुक्त तत्वाधान मे सहसपूर, देहरादून मे रेशम कृषि मेला का आयोजन किया गया l मेला का उदघाटन गणेश जोशी,कृषि एवं किसान कल्याण,ग्रामीण विकास एवं सैनिक कल्याण मन्त्री,उत्तराखंड सरकार, कर कमलों द्वारा किया गया।
कैबिनेट मन्त्री श्री जोशी ने अपने उदभोदन मे राज्य मे रेशम विकास से जुड़ी कई योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य मे रेशम के उत्पादन मे केंद्रीय रेशम बोर्ड की अहम भूमिका है l रेशम के उत्पादन को और बढ़ाने के लिए हमें आगे भी और प्रयास करने होंगे । केंद्रीय तसर अनुसन्धान एवं प्रशिक्षण संस्थान, रांची के निदेशक, डा. एन.बी. चौधरी द्वारा अपने अभिभाषण मे कहा कि शहतूती रेशम के साथ राज्य मे प्राकृतिक ओक फ्लोरा बहुत है इसलिए ओक तसर के विकास की असीम संभवनाए है बस हमें प्रयास करने की जरुरत है l
सी एस टी आर आई, पम्पोर के निदेशक, डा. सरदार सिंह अपने भाषण मे कहा की सहतुती रेशम एवं इसके खाद्य पौधों अब कई नई वेरायटी उपलब्ध है इसका आगे और विकास संभव है l निदेशक ( रेशम) उत्तराखंड श्री प्रदीप कुमार ने कहा कि हम रेशम के क्षेत्र मे अच्छा कार्य कर रहे है और राज्य को केंद्रीय रेशम बोर्ड से भरपूर सहयोग मिल रहा ।उन्होंने राज्य मे मूगा रेशम के विकास के लिए स्वीकृत प्रोजेक्ट के लिए सी.एस.बी. की सराहना की l मंच पर उपस्थित अन्य गणमान्यो रेशम के लिए अपने विचार व्यक्त किये l अपने-अपने विचार व्यक्त किये। रेशम कृषि मेला मेला मे उत्तराखंड राज्य के विभन्न जनपदों के दूर- दराज से आये 350 से अधिक ओक तसर एवं शहतुती रेशम के कृषकों बड़ी तत्परता के साथ प्रतिभाग किया।