32 लाख के गबन का अध्यक्ष व मैनेजर ने किया खंडन।बोले श्री गुरुनानक शिक्षा समिति प्रबंधक ने कभी नहीं किया कोई गबन।
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर(खबर धमाका)। श्री गुरुनानक शिक्षा समिति के अध्यक्ष दिलराज सिंह एवं प्रबन्धक गुरमीत सिंह ने कुछ लोगों द्वारा समिति पर लाखों रुपए गबन करने के लगाए गए आरोपों का पूरी तरह से खंडन किया है।
पत्रकारों से बातचीत करते उन्होंने बताया कि समिति पर 32 लाख रुपए के 113 चौकों के माध्यम से गबन का आरोप सोशल मीडिया पर कुछ लोगों द्वारा लगाया गया है। चूंकि सोशल मीडिया पर डालने वाले लोगों के पूर्वग्रह से ग्रसित थे और उन्होंने श्री गुरूनानक शिक्षा समिति का पक्ष बिना जाने एकतरफा आरोप मीडिया में लगाया। उन्होंने कहा कि श्री गुरूनानक शिक्षा समिति 32 लाख रुपए गबन के आरोपों को पूर्णतया नकारती है, और समिति में किसी भी प्रकार का काई भी गबन आज दिनांक तक नहीं हुआ। दिलराज सिंह व गुरमीत सिंह ने कहा कि समिति यह भी स्पष्ट कर देना चाहती है कि समिति के साथ एक धोखाधडी आवश्य हुयी थी, श्री गुरूनानक शिक्षा समिति के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पूरन पाण्डे द्वारा समिति की 02 चैंक बुकें पोस्ट मैन से रिसिव कर समिति के कार्यालय में जमा न करा कर गायब कर ली गयी थी। गायब चैक बुकों के विभिन्न चैकों के माध्यम से 1 अप्रैल.2022 से दिसम्बर 2022 तक खाते से 53 चौकों के माध्यम से लगभग 17 लाख रूपये निकाल लिये गये। पूरन पाण्डे माह दिसम्बर 2022 के बाद बिमारी का बहाना करके नौकरी छोड़कर चले गये। उन्होंने बताया कि समिति की बैलेंस शीट बनाने के लिए माह जून 2023 में जब समिति के खाते का स्टेटमेन्ट निकाला गया तो उसमे अध्यक्ष एवं प्रबन्धक श्री गुरूनानक शिक्षा समिति की जानकारी के बिना लगभग रूपये 17 लाख निकले हुये थे। जिस कारण चौक को निकालकर जब देखा गया तो हस्ताक्षर न समिति के अध्यक्ष और न ही प्रबन्धक के थे। बिना हस्ताक्षर मिलाये बैंक द्वारा धनराशि पूरन पाण्डे को दे दी गयी थी। जैसे ही बैंक के कर्मचारियों पर कार्यवाही करने की बात समिति के अध्यक्ष दिलराज सिंह द्वारा कही गयी। बैंक ने अपनी गलती स्वीकार कर ली एवं तत्काल खाते मे धनराशि रूपये 17 लाख जमा करने की मांग भर दी गयी। उन्होंने बताया कि 17 जून 2023 से पूर्व धनराशि बैंक खाते में जमा भी कर दी गयी। इस प्रकार हुये फाड का पटाक्षेप हो गया। समिति की जून 2023 की साधारण सभा में अध्यक्ष दिलराज सिंह द्वारा इस पूरे प्रकरण की जानकारी सदस्यों को दे दी गयी थी। इस संबंध में समिति के अध्यक्ष दिलराज सिंह एवं प्रबन्धक गुरमीत सिंह को सीओ द्वारा उन्हे बुलाने की भेजी गयी कोई भी सूचना उन्हें प्राप्त नहीं हुयी है। सीओ से सम्पर्क करने पर उनके द्वारा आज का समय दिया गया है एवम् आज सभी प्रपत्र सीओ को दे दिये जायेंगे। उन्होंने बताया कि जिस व्यक्ति द्वारा एकतरफा आरोप लगाया गया। अमरदीप सिंह एवं सीओ सिटी के बयान रिकार्ड किये एवं समिति का पक्ष जानने का प्रयास नहीं किया गया वह एक महिला को विद्यालय में नौकरी करवाने के लिए ब्लैकमेल करना चाहते थे। चूंकि महिला सीबीएससी द्वारा दिये गयी योग्यता को पूर्ण नहीं करती थी। अतः बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुये महिला को अध्यापिका के रूप में नियुक्ति नहीं दी गयी। जिससे खिन्न होकर विद्यालय एवं समिति के विरूद्ध र्दुभावना रखने लगे।जो कार्य 01 वर्ष पूर्व समाप्त हो गया था उसको मीडिया में लाकर समिति की छवि खराब करने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि जांच पूरी हो जाने के उपरान्त समिति छड़ी धूमिल करने वालों के खिलाफ मानहानी का भी दावा करेगी। इसके अलावा संस्था का नुकसान करने वाले सभी सदस्यों का मीडिया के माध्यम से खुलासा किया जायेगा। वार्ता के दौरान मनजीत सिंह, सुरमुख सिंह विर्क, हरजिदर सिंह, इंद्रजीत सिंह, करनैल सिंह, भूपेंद्र सिंह, बलवंत सिंह, कुलजीत सिंह, गुरप्रीत सिंह, निर्मल सिंह, सतविंदर सिंह, बलजीत सिंह, वीरपाल सिंह, इकबाल सिंह, जसविंदर सिंह, अमरदीप सिंह, पलविंदर सिंह, सतिंदर सिंह, किरन दीप विर्क, संदीप चीमा आदि मौजूद थे।