उत्तराखंड में गैरहाजिर चल रहे 59 चिकित्साकों की सेवाएं समाप्त। सरकार ने 158 डाक्टरों की बर्खास्तगी की दी थी मंजूरी ऊधमसिंहनगर के यह पांच चिकित्सा भी है शामिल
नरेन्द्र राठौर(खबर धमाका)। सूबे के स्वास्थ्य विभाग में लंबे समय से गैरहाजिर 59 चिकित्सकों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। स्वास्थ्य महानिदेशालय ने इस बाबत आदेश जारी किए हैं। बीते माह प्रदेश सरकार ने कुल 158 चिकित्सकों की बर्खास्तगी की मंजूरी दी थी। जिनमें अब विभागीय स्तर पर 59 चिकित्सकों पर कार्रवाई की गई है।
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अन्य चिकित्सकों के विरुद्ध भी जल्द कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। जानकारी के मुताबिक राजकीय अस्पतालों में तैनात ये चिकित्सक लंबे समय से बिना सूचना के अनुपस्थित चल रहे हैं। जिन पर कार्रवाई कर स्वास्थ्य विभाग ने एक कड़ा संदेश दिया है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, इन 158 चिकित्सकों में से 60 ने कभी अपनी नौकरी ज्वाइन ही नहीं की। जबकि 59 बिना बताए गैरहाजिर थे। 39 चिकित्सक ऐसे हैं जो प्रशिक्षण अवधि से ही गायब चल रहे हैं। इस लापरवाही का सबसे ज्यादा असर दूरस्थ और पर्वतीय क्षेत्रों के मरीजों पर पड़ रहा था, जिन्हें इलाज के लिए बड़े शहरों का रुख करना पड़ता था। ऐसे में सरकार ने इनकी सेवाएं समाप्त करने का निर्णय लिया। इन चिकित्सकों पर कार्रवाई के बाद खाली हुए पदों पर जल्द भर्ती की जाएगी। इन पदों को उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोड के माध्यम से भरा जाएगा। इसके अलावा अभी और ऐसे चिकित्सकों को चिन्हित करने का काम हो रहा है, जो व्यवस्था को ठेंगा दिखा रहे हैं।
जिन चिकित्सों की सेवाएं समाप्त हुई है उनमें ऊधमसिंहनगर के विभिन्न स्थानों पर तैनात चिकित्सक भी मौजूद है, जिनमें नानकमत्ता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की डाक्टर बाजिला आबिद, डाक्टर खुशबू, डाक्टर पलक शिल्पी,बाजपुर उप चिकित्सालय की डाक्टर बरखा और जिला चिकित्सालय से अनुपस्थित चल रहे डाक्टर मोहित कुमार शामिल हैं।