ठुकराल और मेहरा के आरोप धड़ाम,टीडीसी के अफसर बोले मनगढ़ंत कहानी!12 और 06 करोड़ की कहानी पर भी उठाए सवाल बोले पूरी पारदर्शिता के साथ हुए हैं टेंडर, विभाग की बेवसाइट पर आज भी सबकुछ मौजूद
नरेन्द्र राठौर(खबर धमाका) पंतनगर एयरपोर्ट विस्तारीकरण की जद में आई टीडीसी के ध्वस्तीकरण, वाहनों की निलामी में बड़े घोटाले के आरोप लगाकर सनसनी फैलाने वाले पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन मेहरा के आरोप दो दिन में ही धड़ाम हो गए हैं।टीडीसी के महाप्रबंधक अभय सक्सेना ने पत्रकारों से रुबरु होकर जो आरोप लगाए गए हैं उन्हें मनगढ़ंत कहानी बताया है। उन्होंने साफ किया कि टेंडर पूरी पारदर्शिता के साथ हुए हैं।12 करोड़ और 06 करोड़ की कहानी को भी दोनों की दिमाग की उपज करार दिया।
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गौरतलब है कि पिछले दिनों पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल ने पत्रकार वार्ता करके पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण में आ रहे टीडीसी के ध्वस्तीकरण और वाहनों की नीलामी में बड़े घपले के आरोप लगाए थे।प्रेस वार्ता के दौरान ठुकराल ने कहा कि पहले भवनों के ध्वस्तीकरण के लिए 12 करोड़ का टेंडर होना था,जिसे एक नेता के दबाव में 06 करोड़ कर दिया गया, इसके बाद नेता के रिश्तेदार को बही टेंडर काफी कम पैसे में दे दिया गया।, जिसमें निवाद जारी करने से लेकर टेंडर प्रक्रिया तक में बड़ा खेल हुआ है।
इधर ठुकराल के मैदान में उतरने के बाद कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष करन मेहरा भी बैगर होमवर्क के मैदान में उतर गए उन्होंने ठुकराल ने जो आरोप लगाए थे उन्हीं आरोपों को तोते के रटे रटाए बोल बोल दिए। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने तो अपनी पीसी में एक नेता और उसके रिश्तेदार का नाम भी ले लिया।
इधर बुधवार को टीडीसी के महाप्रबंधक अभय सक्सेना ने पत्रकार वार्ता कर सब-कुछ साफ कर दिया। उन्होंने कहा कि जो 12 और 06 करोड़ की बात कही जा रही है,यह पूरी तरह मनगढ़ंत कहानी है। टीडीसी के भवनों, वाहनों की विक्री,पेड़ कटान समेत अन्य कामों के लिए चार टेंडर होने थे,जिनकी निवदा वाकायदा ओनलाइन निकाली गई थी। सबकी कीमत बकायदा सम्बंधित विभाग के टैक्निकल अधिकारियों ने तय की थी।टीडीसी के भवनों के ध्वस्तीकरण की कीमत 3.80 करोड़ के लगभग आंकी गई थी। जिसका आनलाइन निविदा निकालने के 15 दिन बाद बोली हुई थी, जिसमें तय कीमत से ऊपर सबसे ज्यादा बोली लगाने वाली फर्म का ठेका दिया गया है, जबकि वाहनों की नीलामी का टेंडर दूसरी फर्म के नाम हुआ है। उन्होंने कहा बोली में तीन फर्मों न भाग लिया था, ओनलाइन प्रक्रिया की पूरी जानकारी आज भी विभाग की बेवसाइट पर देखी जा सकती है।