ऊधमसिंहनगर पुलिस ने किया करोड़ों की ठगी करने वाले शातिर गैंग का पर्दाफाश,चार गिरफ्तार।एसएसपी मणिकांत मिश्रा द्वारा ₹5000 का इनाम
नरेन्द्र राठौर(खबर धमाका)। ऊधमसिंहनगर पुलिस ने एक बड़े साइबर धोखाधड़ी रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए चार शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह संगठित तरीके से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी को अंजाम दे रहा था। इस कार्रवाई के तहत अब तक कुल छह आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि चार अन्य फरार चल रहे हैं जिनकी तलाश में पुलिस टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।
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पुलिस के मुताबिक यह मामला 29 मई 2025 को तब सामने आया, जब हरबंस लाल नाम के व्यक्ति ने रुद्रपुर के भारतीय स्टेट बैंक की किच्छा रोड शाखा में अपने खाते से ₹49,999.99 की धोखाधड़ी कर निकाले जाने की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के आधार पर थाना रुद्रपुर में FIR NO-254/2025, धारा 318(4), BNS के तहत अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
इस गंभीर धोखाधड़ी को देखते हुए, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ऊधमसिंहनगर और पुलिस अधीक्षक अपराध ने तत्काल एक पुलिस टीम का गठन किया और त्वरित अनावरण के निर्देश दिए। पुलिस टीम ने साइबर सेल और सर्विलांस की मदद से जांच शुरू की। विवेचना के दौरान पता चला कि हरबंस लाल के खाते से निकाले गए पैसे IDBI बैंक के खाताधारक मनोज सैनी के खाते में UPI के माध्यम से जमा हुए थे।
गैंग के सदस्य और उनकी भूमिका
सर्विलांस की मदद से पुलिस ने मनोज सैनी (उम्र 39 वर्ष, निवासी काशीपुर) और अजय सैनी (उम्र 22 वर्ष, निवासी काशीपुर) को 30 मई 2025 को गिरफ्तार किया। पूछताछ में मनोज सैनी ने बताया कि उसने अपना IDBI बैंक खाता, ATM कार्ड, सिम कार्ड और चेक बुक अजय सैनी के माध्यम से पुष्पेन्द्र उर्फ पोरस कुमार और सत्यपाल को दिए थे। इन खातों से ₹3 करोड़ से अधिक का लेनदेन हुआ था, जिसके कमीशन के तौर पर सत्यपाल ने मनोज सैनी को ₹70,000 पंजाब एंड सिंध बैंक के खाते में भेजे थे।
फरार चल रहे पुष्पेन्द्र और सत्यपाल की तलाश में पुलिस टीमें लगातार जुटी हुई थीं। आज, 05 जून 2025 को, एक मुखबिर की सूचना पर सत्यपाल सिंह (उम्र 31 वर्ष, निवासी मुरादाबाद, उ0प्र0) और पोरस कुमार उर्फ पुष्पेन्द्र (उम्र 31 वर्ष, निवासी मुरादाबाद, उ0प्र0) को रामपुर रोड फ्लाईओवर के पास से सुबह 10:50 बजे हिरासत में लिया गया।
पूछताछ में सत्यपाल और पोरस ने खुलासा किया कि वे अपने साथियों विशुराज मौर्या, रोहित कुमार और रितिक सोलंकी के साथ मिलकर लोगों के करेंट अकाउंट को किराए पर लेते थे। इन खातों का उपयोग ऑनलाइन गेमिंग और साइबर ठगी के पैसे प्राप्त करने के लिए किया जाता था। उन्होंने यह भी बताया कि मनोज सैनी का खाता और उससे संबंधित दस्तावेज उन्होंने विशुराज मौर्या, रोहित कुमार और रितिक सोलंकी को दिए थे। सत्यपाल ने बताया कि उसने अपना IDBI और केनरा बैंक का खाता किराए पर चलवाया था, जिसके लिए उसे ₹90,000 का कमीशन मिला था।
आगे की गिरफ्तारियां और बरामदगी
सत्यपाल सिंह की निशानदेही पर आज ही महतोष मोड़ के पास, काशीपुर रोड से रितिक पुत्र राकेश सोलंकी (उम्र 22 वर्ष, निवासी आगरा, उ0प्र0) और विशुराज मौर्या उर्फ व्योम मौर्या (उम्र 21 वर्ष, निवासी बिजनौर, उ0प्र0) को गिरफ्तार किया गया। इनके कब्जे से 06 मोबाइल फोन, 12 ATM कार्ड, 13 चेक बुक, 21 भरे हुए चेक, 04 पासबुक, 02 QR स्कैनर, 01 एयरटेल डोंगल, 01 डायरी, आधार कार्ड और पैन कार्ड बरामद हुए।
पूछताछ में इन अभियुक्तों ने बताया कि सत्यपाल और पोरस से मिले मनोज सैनी के खाते और संबंधित दस्तावेज उन्होंने बसंत, रोहित सोनी और शेरु चौहान को दिए थे। उन्होंने यह भी बताया कि वे अपने साथियों बसंत (निवासी आगरा), रोहित सोनी और शेरु चौहान (दोनों निवासी ग्वालियर) के साथ मिलकर इस प्रकार की साइबर ठगी को अंजाम देते थे। गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि उन्हें प्रत्येक खाते के लिए खाताधारकों का कमीशन देकर लगभग ₹80,000 मिलते थे।
संगठित अपराध और आगे की कार्रवाई
अभियुक्तों द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर संगठित साइबर अपराध को अंजाम दिया गया है, जिसके आधार पर अभियोग में धारा 3(5), 111 BNS की बढ़ोतरी की गई है। फरार अभियुक्तों रोहित कुमार, बसंत, रोहित सोनी और शेरु चौहान की तलाश में विभिन्न राज्यों में दबिश दी जा रही है।
गिरफ्तार अभियुक्तगण
सत्यपाल सिंह पुत्र सौर सिंह, निवासी काशीराम नगर, थाना मझोली, जिला मुरादाबाद, उ0प्र0, उम्र-31 वर्ष।
पोरस कुमार उर्फ पुष्पेन्द्र पुत्र हरिओम, निवासी ग्राम लौंगी कला, ठाकुरद्वारा, मुरादाबाद, उ0प्र0, उम्र-31 वर्ष।
रितिक पुत्र राकेश सोलंकी, निवासी ग्राम कागारोल, थाना कागारोल, जिला आगरा, उ0प्र0, उम्र-22 वर्ष।
विशुराज मोर्या उर्फ व्योम मोर्या पुत्र करन सिंह, निवासी मौहल्ला चौधरियान, नूरपुर, बिजनौर, उ0प्र0, उम्र-21 वर्ष।
पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्तगण
मनोज सैनी पुत्र बाल किशन, निवासी मौहल्ला पक्का कोट, सैनी कॉलोनी, काशीपुर, ऊधम सिंह नगर, उम्र-39 वर्ष।
अजय सैनी पुत्र ओमप्रकाश सिंह, निवासी जसपुर खुर्द, शगुन गार्डन के पास, काशीपुर, ऊधम सिंह नगर, उम्र-22 वर्ष।
*फरार अभियुक्तगण*
रोहित कुमार पुत्र रामकिशोर सिंह, निवासी मुरादाबाद, उ0प्र0।
बसंत पुत्र नामालूम, निवासी आगरा, उ0प्र0।
रोहित सोनी पुत्र नामालूम, निवासी ग्वालियर, म0प्र0।
शेरु चौहान पुत्र नामालूम, निवासी ग्वालियर, म0प्र0।
बरामद माल
09 मोबाइल फोन, 15 सिम कार्ड,01 डोंगल एयरटेल कंपनी,04 पासबुक,13 चेक बुक,21 चेक (भरे हुए),02 बैंक जमा पर्ची,12 ATM कार्ड,01 अदद डायरी,02 अदद किट (चेक बुक, ATM कार्ड, खाते का सिम),02 QR स्कैनर01 मोटरसाइकिल01 कार (स्विफ्ट)
पुलिस टीम
इस सफल अभियान में निम्न पुलिसकर्मियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई:
व0उ0नि0 ललित मोहन रावल, कोतवाली रुद्रपुर, ऊधम सिंह नगर, उ0नि0 प्रदीप कोहली, चौकी प्रभारी रम्पुरा, रुद्रपुर, ऊधम सिंह नगर, उ0नि0 प्रियांशु जोशी, चौकी रम्पुरा, रुद्रपुर,अ0उ0नि0 नवीन जोशी, चौकी रम्पुरा, रुद्रपुर,, म0उ0नि0 रीता चौहान, साइबर सेल, म0का0 ज्योति चौधरी, साइबर सेल, म0का0 पूजा, साइबर सेल, का0 महेंद्र कुमार,का0 महेश राम,का0 जगदीश पाठक का0 विजयपाल, का0 गणेश धानिक का0 पूरन राम,का0अमित कुमार,का0 कैलाश तोमक्याल, SOG, ऊधम सिंह नगर, का0 धीरेंद्र कुमार, SOG, ऊधम सिंह नगर, ग्राम प्रहरी देवेंद्र शर्मा
एसएसपी मणिकांत मिश्रा द्वारा ₹5000 का इनाम*
इस उत्कृष्ट कार्य और संगठित साइबर अपराध का भंडाफोड़ करने के लिए, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा ने पूरी पुलिस टीम को ₹5000 का नकद इनाम देने की घोषणा की है। यह इनाम पुलिस टीम के अथक प्रयासों और लगन को दर्शाता है।