कांग्रेस की हाथ जोड़ों यात्रा, गुटबाजी के सवालों पर असहज हुए आर्य। बैठक छोड़कर चले गये कई नेता, लोगों बोले जनता से पहले जोड़ों अपनों के साथ
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर। देश और प्रदेश में जनता को अपने साथ जोड़ने के लिए शुरू हो रही कांग्रेस की हाथ जोड़ों यात्रा पार्टी में गुटबाजी की भेंट चढ़ती नजर आ रही। लोग तो यह यह भी कह रहे की जनता से पहले कांग्रेस को अपनों का हाथ जोड़ने की जरूरत है
रुद्रपुर कांग्रेस की हाथ जोड़ों यात्रा की बैठक लेने आये नेता प्रतिपक्ष को भी इससे दो चार होना पड़ा। बैठक शुरू होते ही रुद्रपुर में कांग्रेस का मजबूत चेहरा पूर्व पालिकाध्यक्ष मीना शर्मा, महानगर अध्यक्ष जगदीश तनेजा,और बंगाली नेता परिमल राय बैठक छोड़कर चले गए। बताया जाता है,की तीनों नेता सम्मान न मिलने के कारण नाराज़ थे, मामला शहर सुर्खियां बटोर रहा तभी मीडिया ने भी नेता प्रतिपक्ष के समाने यह सवाल उठाकर उनकी मुश्किल खड़ी कर दी। मीडिया ने सवाल किया की पार्टी में गुटबाजी से कांग्रेस लोगों के साथ कैसे छोड़ेगी, कांग्रेस को तो पहले अपने ही लोगों के साथ जोड़ने की जरूरत है। हालिकी नेता प्रतिपक्ष ने कहा की बैठक में ब्लाक कमेटी वह बरिष्ट नेताओं को बुलाया गया था,नाराज़ नेताओं को क्यों नहीं बुलाया गया,इसकी जांच कराई जायेंगी। यदि उन्हें बुलाया गया था और वह नहीं आते तो यह अनुशासनहीनता है। रुद्रपुर में बैठक के दौरान कांग्रेस खुलकर समाने आती गुटबाजी कोई नई बात नहीं है। कांग्रेस का कभी गड़ रहे रुद्रपुर पिछले लंबे समय गुटबाजी देखी जा रही है। गुजराती की बजह से मीना शर्मा को हार का मुंह देखना पड़ा पड़ा। आज जो कांग्रेस के नेता अपने आपको कांग्रेस का बड़ा चेहरा बता रहे बता रहे,उनकी जमीनी हकीकत भी सभी जानते है