उधमसिंह नगर

ब्रेकिंग न्यूज,2023 में SLR से लैस होगी ऊधमसिंहनगर पुलिस। कप्तान ने सभी थानो की पुलिस को 303 राइफल तत्काल जमा कर एसएलआर लेने का दिया आदेश।पढ़ें कितने काम की है SLR

नरेन्द्र राठौर

रुद्रपुर। ने साल,यानी 2023 में ऊधमसिंहनगर पुलिस को आधुनिक राइफल SLR  से लैस होगी। एसएसपी मंजूनाथ टीसी जिले में पुरानी हो चुकी पुराने जमाने की सभी 303 राइफलें तत्काल पुलिस लाइन में जमा कर सभी थानों को नई राइफल एसएलआर लेने का आदेश दिया है।                                     एसएसपी मंजूनाथ टीसी के मुताबिक अभी ऊधमसिंहनगर के सभी थानों में जो भी 303 राइफल उपलब्ध है,                    सभी थाने उक्त सभी राइफलो को तत्काल पुलिस लाइन में जमा कराएंगे और उसके स्थान पर पुलिस लाइन से एसएलआर राइफल प्राप्त करेंगे। एसएसपी ने इसके 24 घंटे का समय दिया है, यानी की जिले के सभी थाना पुलिस को 01 जनवरी तक पुरानी राइफल जमा कर नई राइफलों से लैस होना होगा।

बताया जाता है कि विगत दिनों  देहरादून में हुई पुलिस मंथन में भी पुलिस महानिदेशक द्वारा भी इस संबंध में दिशा निर्देश दिए गए थे ।
जो थाना प्रभारी इस आदेश का पालन नहीं करेंगे उनके विरुद्ध वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा आवश्यक दंडात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी

क्या है एस एल आर
7.62mm SLR पैदल सेना का एक बहुत ही उत्तम और कारगर हथियार है,ये पैदल सेना के जवानों को एक जातीय हथियार के तौर पे दी जाती है! यह एक सेमी आटोमेटिक और गैस से चलने और खुद लोड होने वाला हथियार है, जिससे कम समय मे गोली लोड की जा सकती है!

SLR की उत्पत्ति : बेल्जियम के डी जे सेवे नामक व्यक्ति ने दुसरे विश्व युद्ध केउपरांत Rasf En-Field England में एक सेमी आटोमेटिक राइफल कानिर्माण किया जिसे ABL (आर्म बेल्गिकुए लेग्रे ) या SAFN (SAIVE AUTOMATIQUE FN) कहा जाता है, इसे ABL या SAFN राइफल का एक विकशित रूप है जिसे फन कंपनी ने बनाई जिसमे पहले 7.92mm AMMUNATION का प्रयोग किया, इसके बाद इसमें और सुधार किया और उसके बट और ट्रिगर में बहुत बदलाव किया गया और उसमे अमेरिकन AMMUNATION 7.62mm इस्तेमाल किया और इसका नया नाम FAL(Fusil Automatic Legere) इस हथियार से बाद में एसएलआर (SLR) का उत्पत्ति हुई जिसे इंडिया ने सं. 1965 में सर्व प्रथम बनाया !

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