सामिया बिल्डर को मिला पुलिस का साथ, सच्चाई का गला घोंटनें की तैयारी। सामिया बिल्डर की सच्चाई उजागर करने वाले पत्रकार पर मुकदमा। न्याय की लडाई में अब जनता की बारी।
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर। जनहित की सच्चाई आम जनता के समाने रखने वाले देश के चौथे स्तंभ मीडिया की आवाज उत्तराखंड में दवाने का खेल शुरू हो गया है। ऐसा ही एक मामला ऊधमसिंहनगर में समाने आया है, दर्जनों लोगों के खून पसीने से कमाए करोड़ों रुपया हजम कर बैठे बिल्डर की झूठी तहरीर पर पुलिस ने लंबे समय से निश्पक्ष और जनहित की खबरें लिखने एक पत्रकार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर बिल्डर के साथ मित्रता दिखाई है। जिसको लेकर पुलिस पर सवाल उठने शुरू हो गये है।
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सीएम साहब, रुद्रपुर रजिस्ट्रार के कारनामें तो देखों। रेरा के अध्यक्ष करते रहे अधिकारियों के साथ करते बैठक,रजिस्ट्रार ने सामिया लेक सिटी की कुर्क जमीन की कर दी रजिस्ट्री। पहले भी हुई है कुर्क जमीन की 37 रजिस्ट्रीयां। तहसील प्रशासन की भूमिका भी संदेह के घेरे में। https://khabardhmaka.com/?p=1073
हम आपको बताते हैं कि पुलिस ने किसके साथ मित्रता निभाई है,किसकी आवाज दवाने की कोशिश है। शहर में पत्रकार पूरन रावत के नाम से कोई अनजान नहीं है,पूरन रावत पिछ्ले 20 साल शहर में निश्पक्ष पत्रकारिता कर जनहित की खबरें लिखते रहे हैं, उन्होंने की बड़े घोटाले, भष्टाचार के खुलासे भी किए हैं, अभी हाल में उन्होंने सामिया लेक सिटी की मनमानी का भी खुलासा किया था,सामिया प्रबंधन के खिलाफ रेरा कोर्ट भी वसूली के आदेश दे चुका, रुद्रपुर तहसील प्रशासन सामिया लेक सिटी की करीब 44 एकड़ जमीन कुर्क कर चुका है, इसके बाद भी कुर्क जमीन की रजिस्ट्री होने का भी उन्होंने खुलासा किया था,इधर अपने कारनामों से बेपर्दा हो चुके सामिया बिल्डर को अब पुलिस का साथ मिल गया है, पुलिस ने जनहित की खबरें लिखने वाले कलमकार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आवाज को दवाने की कोशिश शुरू कर दी है,यह तब हुआ जब मुकदमा लिखाने वाले के खिलाफ जिले के कई थानों में धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज हैं,कई मामले में पुलिस मुकदमा दर्ज नहीं कर रही है। तेज तर्रार पत्रकार पूरन ने पिछले दिनों निर्माणाधीन मेडिकल कालेज में हुई सरिया चोरी का भी खुलासा किया था, जिसमें पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठे थे, डीआईजी इसकी जांच ऊधमसिंहनगर पुलिस से छीनकर नैनीताल पुलिस को सौंपी थी,जो अभी ठंडे बस्ते में पड़ी हुई है।
इधर पुलिस और बिल्डर के प्रयास के बाद हम जनहित के मामलों को उजागर करते रहेंगे। पत्रकार अब आर पार की लडाई लडने का मन बना रहे हैं।