इंट्राक कंपनी के आंदोलनरत श्रमिकों को न्याय दिलाने के लिए टिकैत ने भरी हुंकार। बोले जब तक नहीं मिलेगा हक,तब तक जारी रहेगी लड़ाई।
ए ए तन्हा
किच्छा। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने नगर की इंट्राक कंपनी के लगभग पांच सौ दिनों से आन्दोलनरत श्रमिकों को समर्थन देते हुए कहा कि जब तक श्रमिकों को उनका हक नहीं मिलेगा तब तक कम्पनी के गेट से किसी को अन्दर बाहर नहीं जाने दिया जाएगा। राकेश टिकैत की घोषणा के बाद किसानों ने फैक्ट्री गेट पर ट्रैक्टरों को खड़ा कर रास्ता बंद कर दिया। किसानों एवं श्रमिकों से पुलिस ने बातचीत करते हुए गेट से अवरोध हटाने की अपील की परन्तु बेअसर रही। मौके पर कोतवाल धीरेंद्र कुमार की अगुवाई में भारी पुलिस बल तैनात है।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किच्छा में स्थित इंट्राक कंपनी के आन्दोलनरत श्रमिकों के धरना स्थल पर पहुंच कर दो टूक शब्दों में कहा कि बड़े ही दुख व अफ़सोस की बात है कि सैकड़ों श्रमिक बीते लगभग पांच सौ दिनों से आन्दोलनरत है परन्तु सरकार एवं जिला प्रशासन तथा कंपनी प्रबंधन आंखें मूंदे बैठा है। राकेश टिकैत ने मंच से साफ शब्दों में सरकार एवं जिला प्रशासन तथा कंपनी प्रबंधन को खुली चेतावनी देते हुए कहा कि अब किच्छा से तभी जाएंगे जब तक श्रमिकों को उनका हक नहीं मिल जाता है। उन्होंने पुलिस प्रशासन को कड़े शब्दों में कहा कि वह श्रमिकों के आंदोलन को कंपनी प्रबंधन के इशारे पर दबाने का प्रयास कर रहा है परंतु आज वह आर पार की लड़ाई लड़ने के लिए पूरी तैयारी से आए हैं। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी की वह यह ना समझे कि यह केवल उत्तराखंड की लड़ाई है उनके एक इशारे पर पूरे देश में जाम की स्थिति पैदा कर दी जाएगी। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान जिला प्रशासन एवं कंपनी प्रबंधकों को 1 घंटे का समय दिया कि इस बीच में श्रमिकों के हितों हेतु बातचीत कर लें अन्यथा आंदोलन को बड़ा रूप दिया जाएगा। तय कार्यक्रम के अनुसार उन्होंने समय सीमा समाप्त होते ही किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं को आदेश दे दिया कि कंपनी गेट के आगे ट्रैक्टरों को खड़ा कर दें तथा धरना देकर बैठ जाएं उन्होंने साफ कहा कि हमारी लड़ाई शुरू होते ही हम किसी भी श्रमिक तथा कर्मचारियों को कंपनी के अंदर से बाहर और बाहर से अन्दर नहीं जाने देंगे। किसानों द्वारा ट्रैक्टर कंपनी गेट पर ट्रैक्टरों को लगाए जाने पर मौके पर तैनात पुलिस की अगुवाई कर रहे कोतवाल धीरेंद्र कुमार ने रोकने का प्रयास किया परंतु किसान ट्रैक्टरों को फैक्ट्री गेट तक ले आए तथा त्रिपाल बिछाकर महिलाएं बच्चों के साथ श्रमिकों एवं किसान फैक्ट्री गेट का रास्ता अवरोध कर धरने पर बैठ गए हैं। कोतवाल धीरेंद्र कुमार ने तनाव पूर्ण स्थित को देखते हुए आला अधिकारियों को स्थित से अवगत कराया। कुछ पलों में बाद ही तहसीलदार सुरेश बुढलाकोटी एवं श्रम आयुक्त मौके पर पहुंच गए हैं। जिला प्रशासन एवं कंपनी प्रबंधकों तथा किसान नेता राकेश टिकैत एवं किसान यूनियन नेताओं,श्रमिकों के बीच बातचीत जारी है।
फोटो केसीएचपी पी0 01 किच्छा पत्रकारों से वार्ता करते किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत।
फोटो केसीएचपी पी0 2 किच्छा मौके पर मौजूद आन्दोलन काली श्रमिक एवं उनके परिजन।
बाक्स — पुलिस प्रशासन के कड़े रवैये को देखते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि नेशनल हाईवे जाम करने का कोई इरादा नहीं है लेकिन अगर पुलिस प्रशासन उन्हें कंपनी गेट के आगे धरना देने नहीं देगा तो वह नेशनल हाइवे को अवरूद्ध करते हुए जाम की स्थिति पैदा कर देंगे। उन्होंने कहा कि जब तक श्रमिकों को न्याय नहीं मिल जाएगा तब तक वह किच्छा में ही टैंट लगा कर डेरा डाल देंगे।