उत्तराखंड

रीमा गाड़ा भगवती मंदिर में छ: दिवसीय महिला होली कार्यक्रम का आयोजित। महिलाओं ने होली गीत व रंग गुलाल लगाकर दी होली की बधाई

नरेन्द्र राठौर 
अल्मोड़ा -रीठागाड क्षेत्र के रीमा गाड़ा भगवती मंदिर में छै दिवसीय महिला होली कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

 

तल्ली रीठागाड व मल्ली रीठागाड के मध्य मे रीम गांव में प्राचीन भगवती मंदिर स्थापित है।इस रीमागाडा भगवती मंदिर हर साल चार पांच गांवों की महिलाओं के द्धारा छै दिवसीय महिला होली कार्यक्रम बिधि बिधान व सांस्कृतिक कार्यक्रम के द्धारा मनाया जाता। सबसे पहले महिलाओं के द्धारा भगवती मंदिर में होली की शुरुआत की जाती है। फिर अलग अलग गांवों में महिला टोली के द्धारा होली गायन व सांस्कृतिक कार्यक्रम व सौआग किये जाते हैं।
प्राचीन काल से अल्मोड़ा जिले के रीठागाड क्षेत्र को रंगीली रीठागाड के नाम जाना जाता है। ये रीमागाडा भगवती मंदिर में होली की तरह एक दिवसीय गवरा देवी का मेला भी प्राचीन काल से होते आ रहा है।
स्वर्गीय मोहन सिंह रीठागाडी व स्वगीय प्रताप सिंह रीठागाडी इसी रीठागाड के लोकगायक व सुर सम्राट माने जाते थे।आज भी रीठागाड क्षेत्र के रीमागाडा भगवती मंदिर में लंबे समय से छै दिवसीय महिला होली कार्यक्रम बिधि बिधान से होता आ रहा है।ये छै दिवसीय महिला होली महोत्सव के बाद सभी तीन चार गांव की महिलाओ के द्धारा लास्ट में चंदा एकटठा करके एक भंडारा करने की भी प्रथा है।ये होली के भंडारे में सभी गांवों के लोगों को व अन्य रिश्तेदारों को आमन्त्रित किया जाता है।इस होली के भंडारे का प्रसाद सभी रिश्तेदारों व अन्य जगहों पर बितिरित किया जाता।
प्रताप सिंह नेगी समाजिक कार्यकर्ता ने बताया भगवती मंदिर में पचास साल पहले से ही छै दिवसीय पुरषों के द्धारा होली महोत्सव के उपलक्ष्य होली रंगारंग कार्यक्रम होते थे। धीरे धीरे रीठागाड का पलायन होने से पुरषो की होली लुप्त हो गई तीस साल से ये महिलाओं के द्धारा रीमागाडा भगवती मंदिर में छै दिवसीय महिला होली कार्यक्रम बिधि बिधान से होते आ रहा है

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