रुद्रपुर में कांग्रेस का महासंग्राम,गढ़े मुर्दे उखाडकर करा रहे पार्टी की फजीहत।मीडिया के सवालों पर पूर्व अध्यक्ष को आया पसीना,पीना पड़ा पानी। हाईकामन को ठेंगा,बेहड को ही पार्टी का हाईकमान समझ रहे है,मीना और तनेजा
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर। कांग्रेस हाईकमान के जारी की गयी जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्षों की सूची के बाद रुद्रपुर में भूचाल आ गया है। पूर्व पालिकाध्यक्ष मीना शर्मा और पूर्व महानगर अध्यक्ष द्वारा शुरू की गरी बगाबत अब गढ़े मुर्दे उखाड़ने तक पहुंच गयी है। आलम यह की दोनों पार्टी की पूर्व में छुपी नाकामियां को भी मीडिया के समाने रखकर अपना उल्लू सीधा करने में जुटे हैं। दोनों पार्टी हाईकमान के फैसले को चुनौती देने का भी काम कर रहे हैं।
पूर्व पालिकाध्यक्ष मीना शर्मा और पूर्व महानगर अध्यक्ष जगदीश ने मंगलवार को शहर के सिटी क्लब में प्रेस वार्ता की। उन्होंने कहा की कल महानगर अध्यक्ष बने सीपी शर्मा ने प्रेस वार्ता करके उनपर और किच्छा के विधायक पर आरोप लगाए हैं,जिसका वह जबाव देना चाहते हैं। उन्होंने अपनी बात रखी तो मीडिया ने भी सवाल उठाने शुरू कर दिए। मीडिया की तरफ से जब पूछा गया की आपने सीपी को महानगर अध्यक्ष बनाए जाने के विरोध पार्टी हाईकमान को कोई लिखित शिकायत की जो उनके पास जबाव नहीं था, पार्टी हाईकमान के फैसले के विरोध में किच्छा विधायक के आवास पर प्रदर्शन का क्या औचित्य था,इसका सवाल भी उठा,जिसपर मीना ने कहा की बेस्ड उनके बड़े नेता हैं, सवाल यह उठता है की क्या बेहड ही पार्टी का हर फैसला लेंगे, क्या रुद्रपुर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हाईकमान की जरूरत नहीं नहीं है। इधर वार्ता में मरे सांप, पूर्व में हुई सभा में पैसा बांटने की बात उठी। मीडिया के सवालों के बीच मीना और तनेजा असहाय नजर आये,एक बार तो जगदीश को पानी भी पीना पड़ गया।
फिलहाल मंगलवार की प्रेस वार्ता मीना शर्मा और तनेजा ने जो बोला है, उससे पार्टी के गढ़े मुर्दे उखाडने ज्यादा कुछ हासिल नहीं हो रहा। रविवार को किच्छा में बेहड के आवास से शुरू हुए महासंग्राम पर सोमवार को सीपी ने जबाव दिया था तो आज मीना और तनेजा ने कभी पूरी कर दी। गुटबाजी के बीच लग रहे आरोप प्रत्यारोप से कांग्रेस का ही नुक्सान होना है,यह तय है।