गद्दार,परवेज ने कर दिया बखेड़ा। चार बार बोले शब्दों को कैसे नहीं समझ पाए कुरैशी दोपहर को मीना के खिलाफ खोला मोर्चा,शाम को बोले sorry ठुकराल के प्रति भी दिखाया प्रेम,फिर बोले…
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर(खबर धमाका)। पूर्व पीएम स्व. राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेस नेत्री मीना शर्मा के मुख से निकले गद्दार शब्द ने बखेड़ा खड़ा कर दिया। कुरैशी ने मीडिया के समाने मीना के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए इस्तीफे की धमकी दे डाली तो कुरैशी का ठुकराल प्रेम भी खुलकर समाने आया। कुरैशी का कहना कि मीना ने उन्हें ही नहीं पूरी कौम को गद्दार करार दिया है,जिसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। वह इस्तीफा दे रहे हैं, साथ ही मुस्लिम समाज के सभी लोग कांग्रेस से इस्तीफा देंगे, उन्होंने कहा कि ठुकराल ने जो पहले बयान दिए थे वह राजनीतिक थे, उन्होंने मुस्लमानो का कभी बुरा नहीं किया था।कुरैशी की धमकी से कांग्रेस में भूचाल आ गया था,इधर शाम होते कुरैशी के शुर बदल गए। कांग्रेस जिलाध्यक्ष हिमांशु गाबा के कार्यालय पर कुरैशी मीना से माफी मांगते नजर आए। मीडिया के समाने कुरैशी ने कहा कि मीना की बात को वह ग़लत समझ गए, मीना ने पूर्व विधायक को गद्दार कहा था उन्हें नहीं, इसके लिए वह छमा चाहते हैं।इधर कुरैशी दोपहर में ठुकराल पर दी अपनी राय से भी पलटते नजर आए।
कुरैशी के दोपहर और शाम को दिए अलग-अलग वयानों से कई सवाल खड़े हो गए हैं।
पहला तो यह की जब मीना ने कहा था कि गद्दारों से दूर रहो तो कुरैशी ने अपने आपको गद्दार कैसे समझ लिया, जबकि दोपहर को कुरैशी का कहना था कि मीना ने यह बात की बार कहीं थी, फिर समझने में गलती एक बार हो सकती है चार बार बोले शब्द सुनने गलती कैसे हुई यह बात समझ से परे है। कुरैशी को आवाज कम जाती है यह बात भी आज तक सुनी नहीं गई है,
वह कुरैशी शाम होते होते सुबह को सुनी बात कैसे समझ गए यह भी समझ से परे है।जिसका जबाब कुरैशी को देना होगा। उन्होंने जिसपर मीना के खिलाफ मोर्चा खोला है और फिर बैकफुट पर आए हैं,यह अपने आप में बड़ा सवाल है