हत्यारी नदी प्रकरण,एक्शन में आकार ठिठक गया प्रशासन! तस्वीर साफ,फिर भी ऊंची पहुंचे वाले माफियाओं के आगे नहीं जुटा पा रहा कार्यवाही की हिम्मत। डीएम उदय राज बोले मूल स्वरुप लौटेगी नदी
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर(खबर धमाका)। सिडकुल क्षेत्र में अशोक लीलैंड कंपनी के तकरीबन 500 मीटर आगे हत्यारी नदी कभी छतरपुर और जयनगर की बड़ी नदियों में सुमार हुआ करती थी, लेकिन पहले किसानों ने इसका गला घोंटा तो अव भूमाफियाओं ने इसकी हत्या कर दी है। पिछले दिनों नदी की हुई को लेकर हमने प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी,जिसके बाद जिलाधिकारी उदयराज सिंह ने जांच कमेटी गठित कर चार दिन में रिपोर्ट मांगी थी, जांच हुई भी। लेकिन एक माह बीतने के बाद भी कार्यवाही के नाम सिर्फ दिखावें किया जा रहा,जांच रिपोर्ट में क्या हुआ,दोषी कौन है,यह अभी भी पता नहीं चल पाया है। दिनेशपुर रोड पर रेलवे क्रासिंग से चंद कदम दूर हत्यारी नदी के साथ क्या खेल हुआ है,यह आगर आप देखेंगे तो चंद मिनट में वो सब कुछ समझ जाएंगे जो खेल हुआ, लेकिन एक माह बाद भी प्रशासन स्थिति स्पष्ट करने को तैयार नहीं, इसके पीछे बजह भी बड़ी बताई जाती है। सूत्रों की मानें तो यह पूरा खेल राजस्व विभाग के कुछ कर्मचारियों की सह पर खेला गया,अब जांच में वह फंस न जाए, इसलिए पूरे मामले में कार्रवाई के नाम पर दिखावा हो रहा है।
बताया तो यह भी रहा कि इस पूरा खेल में राजस्व विभाग के साथ एक पूर्व पीसीएस अधिकारी भी शामिल था। करीब डेढ़ बर्ष पहले इसकी पटकथा लिखी गई थी, भूमाफिया पर कार्यवाही हुई तो प्रशासन पर भी इसकी आंच जायेगी,इसी इसीलिए अधिकारी भूमाफिया पर कार्यवाही करने से बच रहे हैं।
इधर जो सूचना समाने आ रही उसके मुताबिक यह जमी
न पर पहले एक भूमाफिया ने खरीदी थी, लेकिन नदी और सड़क के चक्कर में उसने इसे एक स्कूल संचालक को बेच दी। स्कूल संचालक के करीब तीन करोड़ रुपए भी दे दिए हैं, लेकिन उसके नाम जमीन की रजिस्ट्री नहीं हुई। प्रशासन की कार्रवाई शुरू होने के बाद दोनों पक्षों के बीच की बार बैठक भी हुई है।
इधर मामले में डीएम उदयराज सिंह ने बताया कि नदी को मूल स्वरुप में लाया जायेगा, इसके निर्देश दे दिए गए हैं, सम्बंधित अधिकारी नदी का पुराना नक्शा देख रहे हैं, उसके बाद नदी को मूल स्वरुप में लाने की कार्रवाई होगी।
हालंकि नदी के स्वरूप से छेड़छाड़ करने वालो के खिलाफ कभी तक क्या कार्रवाई हुई है और क्या कार्रवाई होगी इसपर कोई भी बोलने को तैयार नहीं है।