अब किच्छा के तीन स्टोन क्रेशर व एक उप खनिज भंडार सीज। उधमसिंहनगर के स्टोन क्रेशरों पर जमकर हो रहा खेल। खनन विभाग की भूमिका पर भी सवाल।
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर। ऊधमसिंहनगर स्टोंन क्रेशरों पर जमकर गड़बड़ झाला हो रहा। खनन सचिव के निर्देश पर पिछले दो दिनों बाजपुर, काशीपुर और किच्छा क्षेत्र में हुई जांच में इसका पता चला है,दो दिनों में एक दर्जन के करीब स्टोन क्रेशरों पर पकड़े ग्रे गड़बड़ झाला से स्थानीय खनन विभाग की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं।
शुक्रवार को किच्छा क्षेत्र में अवैध खनन और अवैध उप खनिज के भंडारण की गंभीर शिकायतों के बाद शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के बाद अपर निदेशक खनन राजपाल लेघा और तहसीलदार किच्छा के नेतृत्व में एक संयुक्त टीम ने छापेमारी कर 3 स्टोन क्रेशर और एक उप खनिज भंडारण की जांच की। जिसमें नैनीताल नेचुरल प्लांट,न्यू तराई स्टोन क्रेशर, गुरुनानक स्टोन क्रेशर और किच्छा बाईपास पर स्थित उप खनिज भंडारण करने वाले दशमेश ट्रेडर्स के परिसर में मौजूद सीसीटीवी कैमरों की जांच करने पर पाया गया कि संबंधित सभी प्लांटों और उपखनिज भंडारण में रात्रि के दौरान अवैध रूप से उप खनिज खरीदा जा रहा था। खनन विभाग और प्रशासन की संयुक्त टीम ने मौके पर जांच के दौरान संबंधित प्लांटों की उपरोक्त कमियों को देखते हुए खनन नियमों का उल्लंघन करने पर 3 स्टोन क्रेशर और एक उप खनिज भंडारण को सीज कर उनके ई-रवाना पोर्टल को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है,ताकि सीज किए गए संबंधित प्लांट किसी भी तरह से उप खनिजों का क्रय-विक्रय न कर सके। इसके अलावा विभागीय स्तर से सीज किए गए सभी प्लांटों में भंडारित उप खनिज की पैमाइश भी खनन विभाग द्वारा की जा रही है। शुक्रवार को किच्छा में खनन विभाग और स्थानीय प्रशासन की इस संयुक्त छापेमारी दल में खनन विभाग के अपर निदेशक राजपाल लेघा,तहसीलदार किच्छा,उप निदेशक खनन दिनेश कुमार,खनिज मोहर्रिर जयप्रकाश,विक्रम रौतेला और सर्वेयर विनोद लाल सहित खनन और राजस्व विभाग के दर्जनों कर्मचारी मौजूद रहे। इधर सूत्रों की मानें तो जिले के खनन विभाग के मिलीभगत से स्टोन क्रेशरों पर यह खेल लंबे समय से हो रहा है। जानकारी होने के बाद भी खनन कार्यवाही क्यों नहीं करता है,यह जांच का बिषय है।
उधर खनन विभाग के अपर निदेशक राजपाल लेघा ने यह बताया कि अवैध खनन और अवैध उपखनिज के भंडारण के खिलाफ इस तरह की छापेमारी कार्रवाई आगामी 7 जनवरी को भी जारी रहेगी। उधर खनन विभाग और स्थानीय प्रशासन की संयुक्त छापेमारी कार्यवाही से स्टोन क्रेशर कारोबारियों में हड़कंप मच गया है।