सीपी की छत्रछाया में ही काम करेंगे कांग्रेसी, हाईकमान ने सौंपा मनोनयन पत्र।बेहड और मीना का विरोध दरकिनार।मिठाई खिलाकर दिया पार्टी को मजबूत करने का निर्देश। विरोधियों को दिखाया आईना
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर। ऊधमसिंहनगर जिला मुख्यालय पर महानगर अध्यक्ष बने सीपी शर्मा को लेकर विरोध करने वालों को प्रदेशाध्यक्ष करन मेहरा ने आईना दिखा दिया है। उन्होंने किच्छा विधायक के साथ ही रुद्रपुर की पूर्व पालिकाध्यक्ष और उनके समर्थकों द्वारा मचाए जा रहे शोर का को दरकिनार करके सीपी को रविवार को मनोनयन पत्र सौंपकर उसने पार्टी को मजबूत करने का आह्वान किया है। मनोनयन पत्र मिलने के बाद यह तय हो गया है। अब कांग्रेस के सभी लोगों को सीपी की छत्र छाया में काम करना होगा।
जानकारी के मुताबिक रविवार को देहरादून में कांग्रेस पार्टी के कार्यकाल पर प्रदेशाध्यक्ष करन मेहरा ने प्रदेश के सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें मनोनयन पत्र सौंपा। प्रदेशाध्यक्ष करन मेहरा ने सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों से पार्टी को मजबूत करने का भी आह्वान किया। इस कार्यक्रम में ऊधमसिंहनगर से जिलाध्यक्ष हिमांशु गाबा और रुद्रपुर महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा भी मौजूद रहे, जिन्हें भी प्रदेशाध्यक्ष ने मनोनयन पत्र सौंपा है। रुद्रपुर से महानगर अध्यक्ष नियुक्त हुए सीपी शर्मा को मनोनयन पत्र मिलने एक बात साफ हो गयी है,की हाईकमान पूरी तरह से सीपी शर्मा के साथ खड़ा है।और विरोध करने वालों को रुद्रपुर में उनकी छत्र छाया में ही काम करना होगा।
आपको बता दें की पिछले सप्ताह कांग्रेस हाईकमान कमान ने उत्तराखंड में जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्षों की घोषणा की थी, जिसके बाद रुद्रपुर महानगर नियुक्त हुए सीपी शर्मा की नियुक्ति के विरोध किच्छा विधायक तिलक बेहड के आवास से विरोध का शोर शुरू हो गया।बेहड समर्थकों ने उनके आवास पर पंचायत कर हाईकमान पर अनदेखी का खुला आरोप लगाया तो बेहड ने दो कदम आगे बढ़कर नेता प्रतिपक्ष और उपनेता प्रतिपक्ष बनाने के मामले में भी सवाल खड़े कर दिए। यह मामला मीडिया में उठा तो अगले दिन नवनियुक्त महानगर अध्यक्ष ने भी ऐसा ज़बाब दिया की बेहड और उनके समर्थक तमतमा उठे। दरासल अपने आपको तराई का सबसे बड़ा नेता मान बैठे बेहड को अब ऐसा जबाव देने की हिम्मत किसी ने नहीं की थी, जिसके बाद रुद्रपुर में पूर्व पालिकाध्यक्ष मीना शर्मा और पूर्व महानगर अध्यक्ष जगदीश तनेजा ने प्रेस वार्ता कर सीपी के सवालों पर पटलवार की कोशिश की। लेकिन दोनों मीडिया के सवालों में ही गिर गए। इधर बेहड समर्थक लगातार सीपी के खिलाफ बयान जारी कर रहे, उन्हें लग रहा था की शायद दबाव में हाईकमान अपने फैसले को पलट देगा। लेकिन हाईकमान अपने फैसले पर पूरी तरह अडिग रहा है। इस दौरान पार्षद मोहन खेड़ा, पूर्व जिला पंचायत सदस्य संदीप चीमा, प्रदेश महामंत्री मथुरा दत्त जोशी समेत तमाम पार्टी पदाधिकारी मौजूद थे।