हां मैं हैवान हूं,साबित करने के लिए आतंकी जग्गा ने किया में किया था खून। विदेश में बैठे हैंडलरो को भेजी थी गला अटाते समय बनाई गयी वीडियो। बदले में मिले थे 06 लाख और हथियार।
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर। ऊधमसिंहनगर से पैरोल पर फरार होकर अपराध की दुनिया में कदम रखने वाले जगजीत सिंह उर्फ जग्गा और उसके मित्र नौशाद ने दुनिया में इंसानियत के दुश्मनों को अपने जैसा दिखाने लिए दिल्ली में अनजान व्यक्ति का खून किया था। दोनों व्यक्ति को अपने कमरे में लेकर उसका बेरहमी से गला कटाते समय वीडियो बनाकर विदेश में बैठे आतंकी हैंडलरो को भेजी थी, जिसके बाद उन्हें बदले में हथियार और 06 लाख रुपया मिला। लेकिन दोनो का आतंकवाद की दुनिया में कदम रखने से पहले ही दिल्ली की स्पेशल टीम ने गिरफ्तार कर लिया।
रिमांड में लिए गए ऊधमसिंहनगर के गदरपुर क्षेत्र के ग्राम कृपा कोठारी निवासी जगजीत सिंह जग्गा से पूछताछ के बाद ऐसा धाबा एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने किया है। एसएसपी बुधवार को जगजीत के दो मददगारों की गिरफ्तारी के बाद मीडिया से रुबरू हुए हैं। एसएसपी ने जग्गा से हुई पूछताछ के जो खुलासे किए वह काफी हैरानी भरे थे, एसएसपी ने पैराल के बाद उसकी फरारी तक की कहानी बताई तो दिल्ली में हुई गिरफ्तारी से पहले के कारनामों का भी एक एक कर खुलासा किया। बताया जाता की जग्गा पैरोल पर आने के पंजाब गया था,वह कुछ दिन रहने के बाद वह दिल्ली गया और वह पर नौशाद के घर पहुंच गया। नौशाद से उसकी मुलाकात हल्द्वानी जेल में हुई थी। नौशाद पहले ही विदेश में बैठे आंतकवादी हैंडलरो के सम्पर्क में था,वहीं आर्थिक तंगी से जूझ रहा जगजीत भी अपराध की दुनिया का बादशाह बनाना चाहा रहा था, उसने जब अपने दिल की बात नौशाद को बताई तो नौशाद ने उसकी फोन के जरिए विदेश में बैठे आंतकवादी हैंडलरो से सम्पर्क कराया। जिसमें विदेशी हैंडलरो कहा की वह उसकी पूरी मदद करेंगे, लेकिन पहले वह क्या कर सकता है,यह उसे सावित करना होगा। विदेशी हैंडलरो से मिले निर्देशों के बाद ही जगजीत और नौशाद ने एक व्यक्ति को पकड़कर उसका गला बेहरमी से कटाते हुए वीडियो बनाकर अपने आका को भेजी थी। बताया जाता की यदि दिल्ली पुलिस जगजीत और नौशाद का समय पर गिरफ्तार नहीं करती तो दोनों बड़े आतंकवादी बन जाते ।