फिल्मी स्टाइल में एसटीएफ ने चलते ट्रक से तीन वन्यजीव तस्कर दबोचे।टाईगर की दो खाल व हड्डी के बरामद। उत्तराखंड से दिल्ली तक फैला था नेटवर्क। उत्तराखंड में अब तक की सबसे बड़ी टाइगर खाल बरामदगी का दावा, एक खाल की कुल लम्बाई 11 फिट 4 इंच।
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर(खबर धमाका)। सीओ एसटीएफ सुमित पाण्डे के नेतृत्व में एसटीएफ, वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो दिल्ली व तराई केन्द्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर (टांडा) की संयुक्त टीम ने बाजपुर स्थित हाइवे से 03 शातिर वन्यजीव तस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 02 टाइगर (बाघ) की खाल व करीब 35 किग्रा वाघ की हड्डी बरामद की है। गिरफ्तार तस्कर काशीपुर क्षेत्र के रहने वाले हैं और लम्बे समय से वन्यजीव अंगो की तस्करी में लिप्त थे।
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल मुताबिक बुधवार शाम एसटीएफ को गोपनीय सूचना मिली कि तीन शातिर तस्कर एक ट्रक संख्या यूके 18 सीए 6713 से काशीपुर से रुद्रपुर की तरफ आ रहे हैं, जिसपर संयुक्त टीम द्वारा घेराबन्दी कर उन्हें वाजपुर दोराहा हाइवे पर रोक लिया तलाशी लेने पर वाहन के अन्दर से से खाल व भारी मात्रा में हड्डियाँ बरामद हयी। गिरफ्तार तस्करों ने पूछताछ में एसटीएफ को बताया कि उक्त टाइगर की खाल व हड्डी को वे काशीपुर से लाये हैं और जिसे आज बेचने के लिए रुद्रपुर ले जा रहे थे। आरोपियों में शमशेर सिंह पुत्र कुलविंदर सिंह, कुलविंदर सिंह पुत्र खड़क सिंह निवासी शिव कलोनी सर्वरखेड़ा थाना जसपुर, जोगा सिंह पुत्र सुरता सिंह निवासी सर्वरखेड़ा थाना जसपुर जनपद शामिल है।
एसटीएफ की पूछताछ में पता चला कि आरोपी काफी समय से उत्तराखण्ड व सीमावर्ती यूपी में सक्रिय हैं। इसी गैंग के 07 सदस्यों को एसटीएफ द्वारा इसी वर्ष जुलाई माह में 01 टाइगर स्किन के साथ पकड़ा था। पकड़े गये तस्करों के विरुद्ध तराई केन्द्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर में वन्यजीव जन्तु संरक्षण अधिनियम में पंजीकृत कराया गया। एसएसपी एसटीएफ के मुताबिक एसटीएफ द्वारा 22 जुलाई को खटीमा क्षेत्र में एक वन्यजीव तस्कर गैंग के विरुद्ध कार्यवाही कर एक टाइगर स्किन व भारी मात्रा में टाइगर की हड्डियाँ बरामद की थी और 07 वन्यजीव तस्करों को गिरफ्तार किया था। इस कार्यवाही में एसटीएफ को कई अहम सूचनाएँ हाथ लगी थी जिस पर टीम द्वारा लगातार कार्य किया जा रहा था, इसी क्रम में एसटीएफ द्वारा कल शाम इस गैंग का नेटवर्क पूरी तरह से सफाया करते हुए वाजपुर हाईवे से इसके 03 सदस्यों को 02 टाइगर स्किन व करीब 35 किग्रा हड्डियों के साथ गिरफ्तार किया गया। इन टाइगर का शिकार कब कहाँ किस जंगल में किस तरह किया इसका पता लगाया जा रहा है। तराई केन्द्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर के डीएफओ हिमांशु वागरी द्वारा बताया गया कि कल हमारे वन प्रभाग को उत्तराखण्ड एसटीएफ द्वारा टाइगर स्किन की तस्करी के सम्बन में सूचना प्राप्त हुयी थी जिसपर मेरे द्वारा एक टीम कार्यवाही हेतु भेजी गयी थी टीम द्वारा एसटीएफ के साथ मिलकर संयुक्त कार्यवाही कर की गयी। पकड़े गये तीनों तस्करों के विरुद्ध फरेस्ट विभाग रुद्रपुर में वन्यजीव अधिनियम व वाइल्ड लाइफ एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। गिरफ्तार करने वाली टीम में एसटीएफ कुमायूँ यूनिट निरीक्षक एमपी. सिंह, उनि विपिन जोशी, उनि बृजभूषण गुरुरानी, अ. उनि प्रकाश भगत, मुख्य आरक्षी महेंद्रगिरी, मुख्य आरक्षी किशोर कुमार मुख्य आरक्षी जगपाल सिंह, मुख्य आरक्षी गोविंद विष्ट , आरक्षी गुरवंत सिंह, तराई केन्द्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर टीम में रेंजर रुपनारायण गौतम, डिप्टी रेंजर दीवान सिंह रौतेला, वनरक्षणक किशन सनवाल, राहुल कुमार शामिल थे।