यूपी के दिलबाग ने दी थी बाबा तरसेम हत्याकांड की सुपारी।10 लाख में हुआ था सौदा, हत्याकांड के बाद दिलबाग के घर ही पहुंचे थे दोनों शूटर। पुलिस ने दिलबाग समेत चार मददगारों को दबोचा
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर (खबर धमाका) । शहाजहाँ पुर के दिलवाग सिंहने एतहसिक गुरुद्वारा नानकमत्ता के वावा तरसेम सिंह की हत्या की 10 लाख में सुपारी दी थी। हत्याकांड के वाद दोनों शूटर दिलवाग सिंह घर ही पहुंचे थे। इसके बाद सुपारी की रकम लेने के वाद फरार हो गए। पुलिस ने हत्याकांड में शामिल शूटरों के चार मददगारों को गिरफ्तार करने के वाद यह दावा किया।
बुधवार को नानकमत्ता थाने में हत्याकांड को लेकर बड़ा खुलासा करते हुए एसएसपी डा. मंजूनाथ टीसी ने बताया कि वावा तरसेम सिंह की हत्याकांड को अंजाम देने वाले आरोपियों के चार मददमारों को गिरफ्तार लिया गया। जिसमें दिलवाग सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह निवासी निगोही शह्यजहाँ पुर यूपी, हरिविंद्र सिंहपुत्र मलकीत सिंह निवासी रणधीरपुर तिलहर शहाँजह्मपुर यूपी, वलकार सिंह पुत्र दर्शदा सिंह निवासी ग्राम वांधे कंजा थाना करेली पीलीभीत, अमनदीप सिंह उर्फ काला पुत्र कुलदीप सिंह निवासी वरा जगत अमरिया पीलीभीत को शामिल है। एसएसपी के मुताविक शह्यजहाँपुर निवासी दिलवाल सिंह ने दोनों शूटरों को वावा की हत्या की 10 लाख में सुपारी दी थी। उन्हे 1.60 लाख रुपया एडवांस में दिया गया। दोनो शूटर पिछले 19 मार्च 1 को नानकमत्ता आ चुके थे और रीठा साहिव तक रेकी की गई। अमनदीप को वहला फुसलाकर अपने साथ ले गये और वावा की रेकी की गई। वावा तरसेम के दिनचर्या की सूचना रोजाना दी जाती थी। दोनो आरोपी एक वार शहजहापुर, एक वार वाजपुर जाकर पैसे लाते है और फिर हथियार व अन्य गाईडेंस लेने जाते थे। सभी गतिविधियां सीसीटीवी में कैद हो गई है। दोनो शूटर 14 मार्च को मुख्य हैंडलर शहाँजहापुर निवासी युवराज सिंह के पास गये थे। इसके वाद एक और साथी के पास जाते है दो नये कीपैड फोन और सिम खरीदते हैं। मोवाईल फोन दिलाने वाले को हिरासत में लिया गया है। एसएसपी ने बताया कि वावा तरसेम सिह की सम्पत्ति को कब्जाने के लिए शडयंत्र रचा गया है। 28 मार्च को सुवह दो वाईक सवार बदमाशों ने 315 बोर की रायफल से फायरिंग कर वावा तरसेम सिंह की हत्या की गई। हत्याकांड में शामिल आरोपियों
खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर कार्यवाही कर रही है। एसएसपी ने बताया कि एसआईटी इस केस में तत्परता से काम कर रही है। उन्होंने वताया कि सर्वजीत सिंह और अमरजीत उर्फ विट्टा को चिहिन्त कर लिया गया है। बताया जाता है कि पकड़े गये लोग वदमाशों के साथ वारदात को अंजाम देने और उनके फरार होने में मददगार वने थे। जल्द ही हत्यारों को भी गिरफ्तार किये जाने की संभावना है। बता दें 28 मार्च को वाइक सवार दो बदमाशों ने डेरा कार सेवा के जत्थेदार वावा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी और फरार हो गये थे। पुलिस घटना के वाद से ही वदमाशों की गिरफ्तारी के लिए कई राज्यों की खाक छान रही है। सीसी टीवी फुटेज के सहारे पुलिस वदमाशों की पहचान कर चुकी है। पुलिस के मुताविक हत्याकाण्ड को अंजाम देने वाले दोनों वदमाश भी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में आ सकते हैं। फिलहाल पुलिस ने शाहजहांपुर क्षेत्र से कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। पकड़े गये ये लोग वदमाशों के फरार होने में मदार रहे थे। वहीं थाने में कड़ी सुरक्षा में वावा तरसेम सिंह के हत्यारों को शह देने वाले लोगों से पूछताछ की जा रही है। बता दें पुलिस ने हत्यारों की मदद करने वाले करीव आधा दर्जन लोगों को यूपी व उत्तराखण्ड से हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। पुलिस ने हत्यारोपी अमरजीत सिंह की पत्नी व पुत्र को भी हिरासत में लिया है। दोनों से पुलिस को कुछ अहम सुराग भी मिले हैं। पुलिस परिजनों से पूछताछ के साथ हत्यारों पर सरेंडर करने का दवाव व्ना रही है। हत्यारे पूर्व में ही सोशल मीडिया पर परिजनों को परेशान न करने की धमकी दे चुके।