ऊधमसिंहनगर पुलिस की बड़ी सफलता, साइबर ठगों के सरगना समेत चार गिरफ्तार। दिल्ली में काल सेंटर खोलकर देशभर में करते थे ठगी। मोबाइल डाटा चोरी का भी केस दर्ज।भारी मात्रा में मोबाइल बिमल एटीएम कार्ड बरामद
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर (खबर धमाका)। साइबर क्राइम के तहत लोगों की गाडी कमाई पर डाका डालने वाले दिल्ली के बड़े गैंग पर ऊधमसिंहनगर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। पुलिस ने जनपद से जुड़े एक ठगी के मामले में दिल्ली के मास्टर माइंड समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। गैंग दिल्ली में काल सेंटर खोलकर पूरे देश में लोगों से ठगी का काम कर रहा है। पुलिस गैंग के खिलाफ डाटा चोरी का भी केस दर्ज किया है।
शनिवार को एसएसपी मंजूनाथ टीसी गैंग की हुई गिरफ्तारी की जानकारी मीडिया से साझा की। उन्होंने बताया की शांतिपुरी नंबर 2 थाना पंतनगर निवासी खीम सिंह मेहता ने शिकायत की थी कि कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा फोन कर इंश्योरेंस कंपनी की पॉलिसी पर बोनस का झांसा देकर शिकायतकर्ता से कुल 643700 /- रु0 की साइबर धोखाधड़ी कर ली गई है, जिस सम्बन्ध में एफ आई आर नंबर 105 /2023 धारा 420 आईपीसी एवं 66 (D) आईटी एक्ट बनाम अज्ञात पंजीकृत करवाकर विवेचना प्रभारी निरीक्षक पंतनगर को दी गई ।
साइबर ठगों का पता लगाने के लिए 06 टीमों का गठन करते हुए सर्विलांस व ठोस सुरागरसी की मदद से अभियुक्त गणों की गिरफ्तारी हेतु दिल्ली राज्य में जगह-जगह दबिश दी गई एवं लगातार प्रयासरत रहते हुए एवं पर्यवेक्षण अधिकारियों के कुशल नेतृत्व में मनावा बिजनेस मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पता रामा रोड नजफगढ़ इंडस्ट्रियल एरिया न्यू मोती नगर दिल्ली में कंपनी का होना जिसका मालिक सलीम खान व बॉस की पत्नी अर्शी खान प्रकाश में आया ।
उपरोक्त संदिग्ध स्थान पर टीम द्वारा दबिश दी गई एवं तीन व्यक्तियों (1) विजय पुत्र राम मिलन निवासी सुलतानपुरी नई दिल्ली ( 2) लोकेश उर्फ जतिन पुत्र श्री राजेश निवासी जनकपुरी c1 दिल्ली (3) राहुल कुमार पुत्र अशोक साहनी निवासी सुलतानपुरी नई दिल्ली को मय घटना मे प्रयुक्त फोनो के दिनांक 05.06.2023 को हस्व कायदा हिरासत पुलिस लिया गया एवं प्रकरण मे कार्यवाही जारी रखते हुए प्रकाश मे आये एवं मनावा बिजनेस मैनेजमेन्ट प्रा0 लि0 कम्पनी के मालिक / अभियुक्त सलीम खान और अरसी खान की गिरफ्तारी हेतु गठित टीमो द्वारा भिन्न – भिन्न स्थानो पर दबिश दी गयी एवं दिनांक 09.06.2023 को सफलता पाते हुए सलीम उपरोक्त को पश्चिम पुरी बस स्टॉप पंजाबी बाग के पास वेस्ट दिल्ली मे पकड़ा एवं इसके कब्जे से धोखाधड़ी में प्रयुक्त किये जाने वाले निम्नलिखित उपकरण भारी मात्रा में बरामद किये गये । जिनसे पूरे भारत मे इन कम्पनी के लोगो द्वारा कई जगह करोड़ो रुपये की धोखाधड़ी करना एवं अब तक प्रराम्भिक जांच में6-7 शिकायतें जो भिन्न-भिन्न प्रदेशो से सम्बन्धित हैप्रकाश मे आयी हैं ।
Modus Operandi / कार्यप्रणाली
अभियुक्त सलीम खान द्वारा बताया गया कि वह स्वंय और उसकी पत्नी अरसी खान इस कम्पनी की आड़ मे अपने कर्मचारियो की मदद से पूरे भारत वर्ष मे साईबर धोखाधड़ी करते आये हैं ।
अभियुक्तगणो द्वारा रजिस्टर्ड कॉल सेंटर चलाया जा रहा था। जिसकी आड़ में लोगों को इन्शोरेंस पालिसी बोनस तथा अन्य प्रलोभन देकर उनसे ठगी कर पैसा फर्जी खातो में लिया जा रहा था।
यह तथ्य भी प्रकाश में आया कि गैंग के सरगना द्वारा लोगो का प्राईवेट डेटा चुराकर बेचने वाले अभियुक्त प्रवेश चौहान से खरीदा जाता था। उपरोक्त क्रम में उत्तराखण्ड के इतिहास में पहली बार अभियोग में डाटा थेप्ट (चोरी) सम्बन्धी सुसंगत धारओं में बड़ोतरी की गयी है।
यह तथ्य भी प्रकाश में आया है कि कॉल सेंटर संचालन हेतु भारी मात्रा में फर्जी सिम का प्रयोग किया जा रहा था। यह फर्जी सिम बेचने वाले अभियुक्त चन्दन कुमार झा को पुलिस टीम द्वारा चिन्हित किया गया है।
धोखाधड़ी का पैसा मनोज जो बुराड़ी का रहने वाला हैं के द्वारा उपलब्ध कराये गये फर्जी खातो मे मंगाया जाता हैं एवं राहुल द्वारा अलग अलग ATM से निकालकर अभियुक्तगणो को लाकर दिया जाता हैं ।
अब तक प्रकाश मे आये अन्य अभियुक्त अरसी खान, मनोज, रवि, प्रवेश चौहान एवं चन्दन कुमार झां हेतु टीमे प्रयासरत हैं ।