Latest:
उधमसिंह नगर

रुद्रपुर की मुख्य रामलीला में सीता हरण, ताड़का वध समेत विभिन्न लीलाओं का हुआ मंचन।

नरेन्द्र राठौर/रुद्रपुर(खबर धमाका)। – नगर की प्रमुख बस स्टैंड वाली रामलीला में आज तृतीय दिवस में सुबाहु मारीच की खरमस्तियां, विष्वामित्र यज्ञ विध्वंस, विष्वामित्र का अयोध्या जाकर राजा दषरथ से उनकें पुत्रों राम-लक्ष्मण को लेकर आना, सुबाहु वध, ताड़का का विकराल रूप, ताड़का वध, अहिल्या तरण, सीता स्वयंवर, रावण वाणासुर संवाद, धनुश टूटना, राम-परषुराम संवाद तक की सुंदर लीला का मंचन हुआ। आज लीला का षुभारंभ मुख्य अतिथि किच्छा विधायक एवं श्री रामलीला कमेटी के संरक्षक तिलक राज बेहड़ एवं कार्यक्रम अध्यक्ष मुख्य नगर आयुक्त नरेष दुर्गापाल व विषिश्ट अतिथि एसपी मनोज कत्याल नें प्रभु श्रीरामचन्द्र जी के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्जवलन कर किया। श्री रामलीला कमेटी नें सभी का माल्यार्पण कर स्वागत किया।

आज की लीला में गणेष वंदना एवं राम वंदना के पष्चात प्रथम दृष्य में दिखाया गया कि सुबाहु मारीच का राज होता है। वह राहगीरों को लूटनें के साथ ही मारकाट करते रहते है। अपनी ताकत के मद में चूर होकर वह विष्वामित्र जी के यज्ञ को विध्वंस कर देत है। विष्वाामित्र राजा दषरथ के दरबार में पहुंचकर राजा दषरथ से राम-लक्ष्मण को उनके साथ भेजनें को कहते है। राजा दषरथ के मन में संषय होता है, लेकिन गुरू वषिश्ट के द्वारा उनके मन के संषय को दूर कर दिया जाता है। राम-लक्ष्मण विष्वाामित्र जी के साथ वनों में जाते हैं, जहां ताड़का के साथ उनका विकट युद्ध होता है। ताड़का मारी जाती है। इसके बाद सुबाहु मारीच के साथ हुयी जंग में सुबाहु मारा जाता है, मारीच भाग कर अपनी जान बचाता है। राम अहिल्या को तारते हैं। इसके बाद सीता स्वयंवर का मनमोहक व भव्य दृष्य होता है, जिसमें रावण वाणासुर संवाद, लखटकिया नरेष एवं धनुश टूटनें एवं राम परषुराम संवाद तक की लीला का मंचन किया जाता है।

आज की लीला में भगवान गणेष के रूप में आषीश ग्रोवर आषू, सुबाहु- मनोज मुंजाल, दषरथ की भूमिका में प्रेम खुराना, मारीच की भूमिका में सचिन मुंजाल, विष्वामित्र- मोहन भुड्डी, ताड़का-विधाल भुड्डी, छोटे राम की भूमिका में कनव गंभीर, छोटा लक्ष्मण- पुरूराज बेहड़, अहिल्या की भूमिका में सुमित आनन्द, जनक- अनिल तनेजा, वषिश्ठ- रोहित खुराना, राम- मनोज अरोरा, लक्ष्मण- गौरव जग्गा, सीताजी – दीपक अग्रवाल, लखटकिया नरेष मनोज मुंजाल, परषुराम- गुरषरण बब्बर सन्नी, वाणासुर- वैभव भुड्डी, रावण- रमन अरोरा, ताड़का के रिष्तेदारों का किरदार- राम कृश्ण कन्नौजिया, कुक्कू षर्मा, गोला ईदरीसी, आयुश्मान सुषील गाबा, आदि नें निभाया। संचालन मंच सचिव विजय जग्गा, सुषील गाबा एवं संदीप धीर नें संयुक्त रूप से किया।

इस दौरान श्रीरामलीला कमेटी के अध्यक्ष पवन अग्रवाल, महामंत्री विजय अरोरा, कोशाध्यक्ष अमित गंभीर सीए, समन्यवयक नरेष षर्मा, बीना बेहड़, पूर्वा बेहड़, अनीशा बेहड़, मिनाक्षी गाबा, ओम प्रकाष अरोरा, महावीर आजाद, सुभाश खंडेलवाल, अषोक गुंबर, जगदीष टंडन, राकेष सुखीजा, कर्मचन्द राजदेव, हरीष अरोरा, अमित अरोरा बोबी, राजेष छाबड़ा,गौरव तनेजा, सतपाल गाबा, आषीश ग्रोवर आषू, हरीष सुखीजा, गौरव राज बेहड़, सौरभ राज बेहड़, विजय विरमानी, मनोज गाबा, अमित चावला, राजकुमार कक्कड़, पुलकित बांबा, सुमित आनन्द, वैभव भुड्डी, रोहित नागपाल, अमन गुम्बर, बिट्टू ग्रोवर, चिराग कालड़ा, रोहित जग्गा, सचिन तनेजा, त्यागी बब्बर, यमन बब्बर, मनीश अग्रवाल सीए, गोपाल माहेष्वरी सीए, राकेष गंभीर, दीपक गंभीर, आषू गंभीर, अमित कालड़ा, कषिष खेड़ा, वैभव ग्रोवर, लवी ग्रोवर, अमित सरकार, विजय चिलाना, पत्रकार परमपाल सुखीजा पम्मी, भानु चुघ, दीपक कुकरेजा, सुरेन्द्र षर्मा, अर्जुन, अनुज, वीरेन्द्र आर्य आदि उपस्थित थे।

बाक्स 001- मुख्य बाजार में ताड़का की धूम
विगत दिवस की लीला के पूर्व सांयकाल को ताड़का की झ्ाांकी मुख्स बाजार से निकली। इसमें ताड़का के किरदार निभा रहे विषाल भुड्डी जब बाजार क्षेत्र में पहुंचें तो रोमांच और आतंक छा गया। बच्चे में घबराहट फैल गयी। ताड़का को देखकर बच्चों का रोना प्रारंभ हो गया। इस दृष्य के लिये माधव आनन्द, त्यागी बब्बर, सोनू डीजे, सुभाश तनेजा, नितिष धीर व दिव्यांष गोयल नें विषेश योगदान दिया।

002- छोटे राम की भूमिका में कनव गंभीर, छोटे लक्ष्मण की भूमिका में पुरूराज बेहड़ नें जीता जनता का दिल
आज की लीला में छोटे राम की भूमिका में कनव गंभीर, छोटे लक्ष्मण की भूमिका में पुरूराज बेहड़ नें अपनें अनुपम सौंदर्य, बेहतर संवाद अदायगी व पूरे आत्मविष्वास से निभाये गये किरदारों से उपस्थित जनसमूह का दिल जीत लिया। राजा दषरथ के साथ उनके संवाद, विष्वामित्र से संवाद, ताड़का से यु़द्ध के समय संवाद अदायगी आदि समस्त दृष्यो में दोनों बालकों नें अपनी प्रतिभा का प्रदर्षन किया। ऐसा लगता था कि मानों वह वर्शो से इस मंच को जानते हैं। उपस्थित जनसमूह की देर तक बजती तालियांे नें उनका उत्साहवर्धन किया।

 

003-अपनें संबोधन में विधायक तिलक राज बेहड़ नें कहा कि यह विषाल मंच एक बड़ें संघर्श का परिणाम,कमेटी की अथक भगीरथ मेहनत के साथ ही पूरे क्षेत्र की जनता के जनसहयोग द्वारा स्थापित मील का पत्थर है। हमारी संघर्श की परंपराओं का प्रतीक यह मंच यह दिखाता है कि यदि जनता एवं नेतृत्व ठान ले, तो कोई भी सत्ता हो या सिस्टम अथवा कोई अन्य, वह जनता का अहित नहीं कर सकता। जनभावनाओं से जुड़े इस मंच का संघर्शमयी ईतिहास एक मील के पत्थर की तरह श्रीरामलीला मंच के साथ ही जनता को एकजुट हो संघर्श करनें की प्रेरणा भी देता रहेगा।

004- मुख्य नगर आयुक्त नें अपनें संबोधन में कहा कि हमें नगर में साफ सफाई रखनें में अपना योगदान देना चाहिये। हम सफाई का ध्यान रखते हैं तो वह देखने में सुदंर होनें के साथ ही अनेकों बिमारियों से भी हमें बचाता है। आजकल डेंगू सीजन में हमें अपने आसपास जमा पानी को हटा देना चाहिये। खुले गडढों को बंद कर देना चाहिये।

005- एसपी मनोज कत्याल नें अपनें संबोधन में कहा कि इस समय महिला सुरक्षा पुलिस प्रषासन की सर्वोच्च प्राथमिकता में से है। महिलाओं को कोई भी आपातकालीन स्थिति में एसओएस व 112 का इस्तेमाल आना चाहिये, ताकि पुलिस तत्काल पहुंचकर उन्हें मदद देकर अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा सके।

error: Content is protected !!