पैसे का दुरुपयोग,एक ही गांव की एक ही रास्ते पर दो द्वार।ग्रामीणों में नाराजगी,कल शुभारंभ करेंगे किच्छा विधायक
नरेन्द्र राठौर(खबर धमाका)। सरकारी धन का दुरुपयोग कैसे होता है,यह देखना है तो किच्छा विधानसभा के लालपुर क्षेत्र में स्थित प्रतापपुर ग्राम इसका उदाहरण है। गांव के मुख्य रोड ही जनप्रतिनिधियों ने दो द्वार बना दिया है। इसको लेकर गांव के लोगों में रोष है तो वर्तमान विधायक द्वारा बनबाए गए द्वार को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक प्रतापपुर निवासी विपिन मिश्रा के मुताबिक उनके पिता श्री यशवंत मिश्रा का जन्म गांव में 20 जुलाई 1960 को किसान परिवार में हुआ था, वह पूर्वांचल_का_प्रमुख चहरा रहे थे। उन्होंने डिग्री_कॉलेज से ही छात्र राजनीति की शुरुआत की,1985: युवक मंगल दल में सक्रिय रहे। अपना पूरा जीवन आम जन मानस व किसान हितों को समर्पित करन के साथ ,वह भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष रहे। किसान बन्धू की बैठक को दिशा देने व सूचारू रुप से चलाने का भी श्रेय उन्हें जाता हैं।2010-2011 राज्य बीज संस्था के सदस्य रहे । 2011-2015 जिला आत्मा परीयोजना के अध्यक्ष पद पर रहे। 2016 में उनकी मृत्यु होने के बाद तत्कालीन विधायक राजेश शुक्ला ने 2021-22 में विधायक निधि द्वारा किसान संघ के प्रस्ताव पर एक स्मृति द्वार का निर्माण किया गया था, जो हम ग्रामवासियों के लिए हमारे प्रिय नेता की यादों और उनके योगदान का प्रतीक है। यह द्वार केवल एक संरचना नहीं, बल्कि उनके संघर्ष और हमारे गाँव की पहचान का सम्मान है।
विपिन के मुताबिक वर्तमान विधायक ने अपनी निधि से 2023-24 द्वारा उसी मार्ग पर पहले से बने इस स्मारक द्वार से मात्र 200 मीटर पहले एक और द्वार का निर्माण कार्य कर दिया गया है। यह कार्य न केवल सरकारी धन का दुरुपयोग प्रतीत होता है, बल्कि ग्रामवासियों की भावनाओं को भी आहत कर रहा है। ऐसा प्रतीत होता है कि इस निर्णय के पीछे राजनीतिक द्वेष है, जो ग्राम के हित में नहीं है। उन्होंने बताया कि वर्तमान विधायक किसानों की लड़ाई लड़ने वाले स्व यशवंत मिश्रा को हमेशा नीचा दिखाने का काम करते रहे हैं। पिछले वर्ष उन्होंने स्व मिश्रा को लेकर अपशब्दों का इस्तेमाल किया था तो अब उनके नाम पर बने द्वार के पास दूसरा द्वार बनकर किसानों को लेकर अपनी मानसिकता पेश कर रहे हैं,जिसे किसी भी हाल में गांव के किसान वर्दाश्त नहीं करेंगे।